अपने होते हुए गैरों की तरह बात न कर, मुझसे दुश्मन की मुलाकात न कर / निदा फ़ाज़ली

"अपने होते हुए गैरों की तरह बात न कर,
मुझसे दुश्मन की मुलाकात न कर।

मुझे डर है तेरी मासूम नजरों से,
तू मेरे साथ कोई हादसा न कर।"

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