मुख्यपृष्ठशायरी/गज़ल"बच्चों के छोटे हाथों को चाँद-सितारे छूने दो, चार किताबें पढ़कर ये भी हम जैसे हो जाएँगे / निदा फ़ाज़ली "बच्चों के छोटे हाथों को चाँद-सितारे छूने दो, चार किताबें पढ़कर ये भी हम जैसे हो जाएँगे / निदा फ़ाज़ली 0 साहित्य सारथी नवंबर 15, 2024 "बच्चों के छोटे हाथों को चाँद-सितारे छूने दो,चार किताबें पढ़कर ये भी हम जैसे हो जाएँगे। Tags शायरी/गज़ल और नया पुराने