राहत इंदौरी लगेगी आग तो आएँगे घर कई ज़द मेंयहाँ पे सिर्फ़ हमारा मकान थोड़ी है"बुलाती है मगर जाने का नहीं,ये दुनिया है इधर जाने का नहीं।""मैं मर जाऊँ तो मेरी एक अलग पहचान लिख देना,लहू से मेरी पेशानी पे हिंदुस्तान लिख देना।""सूरज, सितारे, चाँद मेरे साथ में रहें,जब तक तुम्हारे हाथ मेरे हाथ में रहें।""जिसे डर नहीं मौत का, वो क्या मरेगा,जो जी रहा हो हर एक साँस मर-मर के।"